इंटरनेट पर काम करते हुए
जब कुछ समझ नहीं आया
तो मैंने बेटे से पूछा
उसने बड़े प्यार से बताया
लेकिन मुझे कुछ कम समझ आया ,
मैंने फिर पूछा उसने दोबारा बताया
जब मैंने कुछ करना चाहा
तो फिर कुछ समझ नहीं आया
मैंने फिर उससे पूछा
तो वो झल्लाया और चिल्लाया
तीन बार बताया आपको समझ नहीं आया
तो अब आएगा भी नहीं
तो मैंने उसे अपने पास बिठाया
और बताया
बचपन में जब उसे गिनती लिखा रहा था
उसे 2 लिखना नहीं आ रहा था
तब मैंने उसे हाथ पकड़कर
एक महीने तक सिखाया था
तब तुझे 2 लिखना आया था
अब वो चुप था वो शर्मिंदा था
और मैं मुस्करा रहा था .......
जब कुछ समझ नहीं आया
तो मैंने बेटे से पूछा
उसने बड़े प्यार से बताया
लेकिन मुझे कुछ कम समझ आया ,
मैंने फिर पूछा उसने दोबारा बताया
जब मैंने कुछ करना चाहा
तो फिर कुछ समझ नहीं आया
मैंने फिर उससे पूछा
तो वो झल्लाया और चिल्लाया
तीन बार बताया आपको समझ नहीं आया
तो अब आएगा भी नहीं
तो मैंने उसे अपने पास बिठाया
और बताया
बचपन में जब उसे गिनती लिखा रहा था
उसे 2 लिखना नहीं आ रहा था
तब मैंने उसे हाथ पकड़कर
एक महीने तक सिखाया था
तब तुझे 2 लिखना आया था
अब वो चुप था वो शर्मिंदा था
और मैं मुस्करा रहा था .......